हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Monday, April 25, 2016

मेरे ही हाथों पर लिखी है तकदीर मेरी,,,,,,

मेरे ही हाथों पर लिखी है तकदीर मेरी,,,,
और मेरी ही तक़दीर पर मेरा बस नहीं चलता....!!


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