हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Sunday, April 24, 2016

मैं ही लाया हूँ तुम्हे लाखों में से चुन के.....

जरुरत लगती नहीं मुझको तेरी तारीफ़ करने की,,,,
 मैं ही लाया हूँ तुम्हे लाखों में से चुन के..!!



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