हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Wednesday, April 27, 2016

आ तेरी उदासी उतारू साले,,,,,




संता उदास बैठे पानी मे पत्थर मार रहा था..
एक मेढक निकल कर बोला..
पानी मे आ तेरी उदासी उतारू साले,
अपनी वाली के चक्कर मे मेरी वाली का सिर फोड दिया।”


संता अपने दोस्त बंता से कहता है:-
बंता कालेज से मेरा रिजल्ट देख आना और आकर बताना। 
घर पर मेरे मम्मी पापा मेरे साथ होंगे।
यदि मैं एक विषय में फेल हुआ तो कहना..
जय श्री राम…
और दो में फेल हुआ तो कहना..
जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण
और तीन में फेल हुआ तो कहना..
ब्रह्मा विषनू महेश की जय..
बंता कालेज से रिजल्ट
देख कर आया और बोला:
“बोल सांचे दरबार की जय” 😀 😛



Teacher: A B C सुनाओ..
संता: A B C
Teacher: और सुनाओ…
संता: और सब बढियां, आप सुनाओ!



संता: हम पति-पत्नी तमिल सीखना चाहते हैं!
बंता: वो क्यों?
संता:हमने एक तमिल बच्चा गोद लिया है!
हम सोचते हैं जब वो बोलने लगे तो उससे पहले पहले हम तमिल सीख लें! 😀



डॉक्टर: आपका वजन कितना है?
संता: चश्में के साथ 75 किलो।
डॉक्टर: और चश्में के बिना?
संता: वो मुझे दिखता ही नहीं।

No comments:

Post a Comment

Disqus Shortname