हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Tuesday, April 19, 2016

रोना चाहे रो ना पाये दिल कितना मज़बूर है,,,


रोना चाहे रो ना पाये दिल कितना मज़बूर है,,,
किसे पता है कौन बताये रब को क्या मंज़ूर है ..!!



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