हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Monday, April 25, 2016

इस अजनबी सी दुनिया में....


इस अजनबी सी दुनिया में,अकेला इक ख्वाब हूँ ! 
सवालों से खफ़ा,चोट सा जवाब हूँ ! 
जो ना समझ सके,उनके लिये "कौन ! 
जो समझ चुके,उनके लिये किताब हूँ !!


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