हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Saturday, May 28, 2016

तुझे सोचना भी तेरे दीदार से कम नही....

 
लाजिमी नहीं की तुझे आँखों से ही देखूं,,,,
तुझे सोचना भी तेरे दीदार से कम नही....!!


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