हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Saturday, July 30, 2016

मुझे ईश्वर मिले न मिले,,,,,

मुझे ईश्वर मिले न मिले दिया जरुर जलाऊंगा चाहे,,,,,
हो सकता है दीपक की रोशनी से किसी मुसाफिर को ठोकर न लगे….!!


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