हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Friday, August 26, 2016

बस तू नजर आये....

 
बस तू नजर आये

जब भी याद करू खुदा को ,
बस तू नजर आये

कि तुझमे मुझे अपना खुदा नजर आये ।

ये कैसी हवाये चलने लगी हैं , 
आज कल



कि हर झोके में लिपटा मुझे तेरा प्यार नजर आये ।

कभी उदासी तो कभी ख़ुशी ,
कैसा भी वक्त हो

तेरे साथ हर पल में मुझे जन्नत नजर आये ।

कैसे कहूं कि मुझे मोहब्बत नहीं है तुमसे

कि मुझे हर चेहरे में बस तेरा चेहरा नजर आये ।

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