बस तू नजर आये
जब भी याद करू खुदा को ,
बस तू नजर आये
कि तुझमे मुझे अपना खुदा नजर आये ।
ये कैसी हवाये चलने लगी हैं ,
कैसा भी वक्त हो
तेरे साथ हर पल में मुझे जन्नत नजर आये ।
कैसे कहूं कि मुझे मोहब्बत नहीं है तुमसे
कि मुझे हर चेहरे में बस तेरा चेहरा नजर आये ।
No comments:
Post a Comment