हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Thursday, August 18, 2016

तुझपे फ़िदा क्या करूँ....!!


मेरे दिल में तू ही तू है, दिल की दवा क्या करूँ,,,,,
दिल भी तू है जाँ भी तू है, तुझपे फ़िदा क्या करूँ....!!



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