हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Sunday, July 17, 2016

जो अपने नसीब से खुश है….

 ‘खुश-नसीब’ वोह नहीं जिसका नसीब अच्छा है,,,,,
बल्कि खुश-नसीब वोह है जो अपने नसीब से खुश है….!!


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