हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Saturday, July 30, 2016

मुझे ईश्वर मिले न मिले दिया जरुर जलाऊंगा चाहे,,,,,
हो सकता है दीपक की रोशनी से किसी मुसाफिर को ठोकर न लगे….!!


एहसास मर जाते हैं,,,,
गर वक्त पर महसूस न किये जाएँ तो....!!

Saturday, July 16, 2016


टीचर (स्टूडेंट से): सेमेस्टर सिस्टम सेक्या फायदा है बताओ....?
स्टूडेंट: फायदा तो पता नहीं, पर बेइज्जती साल में दो बार हो जाती है.....!!


कुछ लोगो को लगता है उनकी चालाकियाँ मुझे समझ नही आती,,,, 
मैं बड़ी खामोशी से देखता हूँ उनको अपनी नज़रों से गिरते हुए...!!


Friday, July 15, 2016

आज लफ्जों को मैने शाम को पीने पे बुलाया है,,,,,
बन गयी बात तो ग़ज़ल भी हो सकती है….!!


जिंदगी हमेशा एक नया मौका देती है,,,,,
सरल शब्दों में उसे ‘कल’ कहते हैं....!!


सुन तुमको चुन लिया है ज़िन्दगी भर के लिए मैँने,,,,, 
मैँ बेईमान नहीँ जो रोज़ ईमान बदलू....!!


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