हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Monday, August 8, 2016

और कितना वक़्त लगेगा.....!!

इस दुनिया मे कोई किसी का हमदर्द नहीं होता, लाश को शमशान में रखकर,,,,,
अपने लोग ही पुछ्ते हैं.. और कितना वक़्त लगेगा.....!!

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