हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Wednesday, April 27, 2016

छ रखनी है?



टीचर: 1 से 10 तक गिनती सुनाओ।
संता: 1, 2, 3, 4, 5, 7, 8, 9, 10..
टीचर: 6 कहां है ?
संता: जी वो तो मर गया।
टीचर: मर गया? कैसे मर गया???
संता: जी मैडम, आज सुबह टीवी पर न्यूज में बता रहे थे कि स्वाईन फ्रलू में 6 की मौत हो गई ! 😀 😛


बंता ने हज़ामत की दूकान खोली,
एक दिन संता शेव कराने आया.
बंता: मुछ रखनी है?
संता: हाँ
बंता (मुछ काट कर): ले रख ले जहा रखनी है! 😀



संता: इस मिरर (आईना) की क्या गारंटी है?
बंता: आप इससे 100 मंजिल से निचे गिराओ, ये मिरर 99 मंजिल तक भी नहीं टूटेगा!
संता: वाह!! मस्त है, पैक कर दो….!!



संता ने अपने बॉस से उनकी बेटी का हाथ मांगा।
बॉस: अपनी औकात देख, तेरी सैलरी में तो मेरी बेटी के लिए टॉयलेट पेपर भी नहीं आएगा।
संता: अगर इतनी पॉटी करती है तो फिर रहने दो! 😀 😛



संता बंता के घर गया..
वहां ‘बंता की बीवी को देख कर बोला…
संता:-“तेरी और भाभी की जोड़ी तो ‘राम-सीता’की जोड़ी है।
बंता:-“कहाँ यार…ना तो ये धरती में समाती है और ना ही इसे कौई ‘रावण’ ले जाता है!!

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