हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Saturday, April 30, 2016

Mujhe zindagi ka itna tajurba to nahi,par suna hai sadagi me log jine nahi dete…!!Kadar kirdar ki hoti hai ….varna…kad me saya bhi insan se bada hota hai…!!Is kadar siddat se chaha tha maine usko yaaro,agar dusman bhi hota to nibhata umrabhar…!!Mujhe dekh kar teri hairani lajami hai,is daur me insan kam hi mila karte hai…!!Kal kisi aur ne...
नींद अपनी भुला के सुलाया हमकोआंसू अपने गिरा के हंसाया हमको,,,,दर्द कभी न देना उन हस्तिओं कोभगवान ने माँ बाप बनाया जिनको.....
ये जो हल्की सी फिक्र करते हो न हमारी,,बस इसीलिए हम बेफिक्र रहने लगे है....
मैं खुद भी हैरान हूँ मुझसे,,,की इतनी मोहब्बत क्यूँ है तुझसे ...
 मैंने जान बचा के रखी है एक जान के लिए,,,,इतना इश्क कैसे हो गया एक अनजान के लिए.......

Wednesday, April 27, 2016

1    मोहब्बत ख़ूबसूरत होगी किसी और दुनियाँ में इधर तो हम पर जो गुज़री है हम ही जानते हैं    .!2    साथी तो मुझे अपने सुख के लिए चाहिए दुखों के लिए तो मैं अकेला काफी हूँ        .3    इतने कहाँ मशरूफ हो गए हो तुम, आजकल दिल दुखाने भी नहीं आते    .!4    यू पलटा...

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