हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Thursday, June 9, 2016

आँख उठाकर भी न देखूँ.....

आँख उठाकर भी न देखूँ जिससे मेरा दिल न मिले,,,,,

जबरन सबसे हाथ मिलाना मेरे बस की बात नहीं….!!


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