हिंदी शायरी

बहकते हुए फिरतें हैं कई लफ्ज़ जो दिल में दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी रोज़....

Wednesday, June 15, 2016

तेरी जरुरत सी क्योँ लगती है....

पहले नहीँ पर अब सोचने लगे हैँ हम,,,,,
जिँदगी के हर लम्हेँ मेँ तेरी जरुरत सी क्योँ लगती है....!!


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